PGD vs. PGS in IVF: What You Need to Know
June 17, 2025आईवीएफ क्या है
आईवीएफ एक प्रकार का इलाज है उन लोगों के लिए जो शादी के बाद गर्भधारण नहीं कर पाए। जब दंपत्ति गर्भधारण नहीं कर पाते तो क्या बांझपन की स्थिति पैदा हो जाती है। बांझपन के लिए बहुत सारा इलाज है लेकिन आईवीएफ उनमें से सबसे अच्छा है क्योंकि ये सस्ता है और साथ ही सकारात्मक परिणाम देता है।
भारत में आईवीएफ हर जगह मौजुद है चाहे दिल्ली हो या कोई गांव। हर राज्य में आईवीएफ है लेकिन आईवीएफ की लागत और उसकी गुणवत्ता अलग हो सकती है। चलो एक उदाहरण से समझते हैं आपको, दिल्ली में आईवीएफ की अलग दर है और गुणवत्ता भी बहुत अच्छी है लेकिन वह आईवीएफ किसी गांव के क्षेत्र या एएसआई जगह से लिया जाए जहां का प्रजनन देखभाल अच्छा नहीं है तो आपको सकारात्मक परिणाम देर से मिले या ना भी मिले।
लेकिन हां, भारत में ऐसे भी सहर है जहां आईवीएफ की लागत भी कम है और उपचार की गुणवत्ता भी अच्छी है और ऐसे स्थान पर आपको अच्छा परिणाम दे सकता है। आपको बस थोरी सी मेहनत करनी यानि कि थोरी भूत रिसर्च ऐसे जगहो की। सिलीगुड़ी, असम, गोवा, पुणे, आदि।
ये सब तो बाद की बात है, सबसे पहले आपको आईवीएफ के बारे में पता होना चाहिए, छोटी से छोटी चीज जान लेनी चाहिए ताकि आगे कोई दिक्कत ना हो इलाज के समय। तो आइये जानते हैं आईवीएफ के बारे में और उससे जुड़ी हर चीज़ के बारे में।

सबसे पहले, हम आपको बताना चाहते हैं कि हम IVF और अन्य प्रजनन समाधानों के लिए क्यों अच्छे हैं…
- निःशुल्क परामर्श की उपलब्धता
- IVF के लिए आसमान छूती सफलता दर
- IVF के लिए सस्ती लागत
- प्रजनन उपकरणों की उपलब्धता और कार्यक्षमता।
- IUI, ICSI जैसी अन्य ART तकनीकों और अंडे और शुक्राणु को फ्रीज करने जैसी प्रक्रिया की उपलब्धता।
- Contact us Email ID: [email protected]
- Call us: +91- 9899293903
आईवीएफ क्या है?
जैसा कि हमने बताया आपको आईवीएफ एक बांझपन का इलाज है। बांझपन जोड़ों को होती है। जब कपल्स बच्चा नहीं कर पाते तब वो डॉक्टर से सलाह लेते हैं और डॉक्टर उन्हें आईवीएफ के लिए कहते हैं। आईवीएफ में अंडे और शुक्राणु को लिया जाता है कपल्स से फिर अंडे को निषेचित किया जाता है शुक्राणु के साथ। ये करने से भ्रूण मिलता है। फिर भ्रूण को महिला के गर्भाशय में डाला जाता है ताकि गर्भावस्था हो।
आईवीएफ, या इन विट्रो फर्टिलाइजेशन, यह विशेष रूप से उन जोड़ों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो महीनों या सालों की कोशिशों के बावजूद स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने में असमर्थ हैं। आईवीएफ ने दुनिया भर में अनगिनत जोड़ों को माता-पिता बनने के अपने सपने को पूरा करने में मदद की है – और यह भारत में भी ऐसा ही कर रहा है।
IVF को कैसे किया जाता है?
अगर आपको एक दम आसान शब्दो में समझाया जाए तो आईवीएफ एक उपचार है उन लोगों के लिए जो बच्चा नहीं कर पाते। तो एक कृत्रिम गर्भाधान प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। जिसमें कृत्रिम रूप से अंडे और शुक्राणु को निषेचित किया जाता है ताकि एक भ्रूण नामक चीज को लिया जा सके। भ्रूण को महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है, डॉक्टर और टूल्स की मदद से। जब ये पूरा प्रोसेस हो जाता है तो 12 या 15 दिन के बाद ब्लड टेस्ट किया जाता है। आईवीएफ का परिणाम देखने के लिए।
आएं इसे और अच्छे से समझते है, उसके लिए आपको निचे के स्टेप्स पर ध्यान देना पड़ेगा:
भारत में IVF के पहले चरण में परामर्श शामिल है। परामर्श में, IVF विशेषज्ञ और बांझ दंपतियों के बीच बांझपन के कारण और बांझपन को दूर करने के लिए उपयुक्त उपचार के बारे में चर्चा की जाती है।
अंडाशय उत्तेजना, भारत में IVF का दूसरा चरण जिसमें महिला साथी को कई अंडे बनाने के लिए हार्मोनल इंजेक्शन दिए जाते हैं।
अंडे की पुनर्प्राप्ति, एक बार अंडे विकसित हो जाने के बाद इसे कैथेटर की मदद से पुनर्प्राप्त किया जाता है, यह एक ऐसा उपकरण है जो महिला के गर्भाशय से अंडे निकालने में सहायक होता है।
निषेचन, इससे पहले कि अंडे और शुक्राणु एक साथ मिलकर भ्रूण उत्पन्न करें। परिणामी भ्रूण को फिर महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।
भ्रूण प्रत्यारोपण के बाद, रक्त परीक्षण की मदद से गर्भावस्था परीक्षण शुरू किया जाता है। यदि गर्भावस्था की पुष्टि हो जाती है, तो दंपति एक बच्चे का स्वागत कर सकते हैं। यदि गर्भावस्था की पुष्टि नहीं होती है, तो एक और IVF प्रयास शुरू किया जाता है।
आईवीएफ क्यों किया जाता है?
आईवीएफ करने का एक ही मुख्य कारण है और वो है बांझपन। जब कपल्स बांझपन का सामना करते हैं तब आईवीएफ किया जाता है। नीचे दिए गए बिंदुओं से आप अच्छे से समझ पाएँगे कि आईवीएफ क्यों किया जाता है:
- पुरुष बांझपन और महिला बांझपन वाले जोड़ों को आईवीएफ की आवश्यकता होती है।
- पुरुष बांझपन में शुक्राणुओं की कम संख्या, शुक्राणु की खराब गुणवत्ता और शुक्राणु का असामान्य आकार शामिल है।
- महिला बांझपन में अंडे की गुणवत्ता, एंडोमेट्रियोसिस, डिम्बग्रंथि रिजर्व, क्षतिग्रस्त या अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब आदि शामिल हैं।
- जब लोग आनुवंशिक विकारों के साथ आते हैं। इसलिए वे अपने बच्चे को आनुवंशिक विकार हस्तांतरित नहीं करना चाहते हैं तो वे आईवीएफ का विकल्प चुनते हैं।
- अस्पष्टीकृत बांझपन वाले लोग भी आईवीएफ का विकल्प चुनते हैं। यह तब होता है जब उन्हें बांझपन के कारण के बारे में पता नहीं होता है।
आईवीएफ में कितना खर्च आता है?
अगर भारत की बात करें तो आईवीएफ के लिए 1.5 से 2.5 लाख लगते हैं। हा लेकिन भारत में भी कुछ ऐसे शहर या राज्य हैं जो विकसित और उन्नत हैं। ऐसे राज्यों या शहरों में आईवीएफ के लिए ज्यादा चार्ज करते हैं क्योंकि वहां आपको हर सुविधा उन्नत स्तर पर मिलेगी, उपचार, अस्पताल का बुनियादी ढांचा, उन्नत उपकरण या डॉक्टर, हर सुविधा प्रथम श्रेणी की गुणवत्ता की होगी।
भारत के आईवीएफ खर्च में डॉक्टर की फीस, परामर्श शुल्क, दवाई शुल्क, अस्पताल शुल्क, आईवीएफ चक्र शुल्क की संख्या, अन्य शुल्क शामिल हैं। नीचे दी गई टेबल आपको आईवीएफ का रेट जानने में मदद करेगी। टेबल में अलग-अलग लोकेशन है और उनकी आईवीएफ लागत दी गई है।
नीचे दी गई टेबल आपको आईवीएफ लागत के बारे में बताएगी:
आईवीएफ अलग स्थान पर | भारत के विभिन्न स्थानों में आईवीएफ की लागत |
दिल्ली में आईवीएफ लागत | ₹150000 – ₹310000 |
मुंबई में आईवीएफ लागत | ₹150000 – ₹354000 |
बैंगलोर में आईवीएफ लागत | ₹155000 – ₹365000 |
उत्तर प्रदेश में आईवीएफ लागत | ₹138000 – ₹310000 |
उत्तराखंड में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
तेलंगाना में आईवीएफ लागत | ₹147000 – ₹310000 |
पंजाब में आईवीएफ लागत | ₹140900 – ₹310000 |
मध्य प्रदेश में आईवीएफ लागत | ₹150000 – ₹310000 |
ओडिशा में आईवीएफ लागत | ₹126000 – ₹310000 |
राजस्थान में आईवीएफ लागत | ₹154000 – ₹310000 |
झारखंड में आईवीएफ लागत | ₹142000 – ₹310000 |
बिहार में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
आंध्र प्रदेश में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
असम में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
गुजरात में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
भारत में IVF लागत को प्रभावित करने वाले कारक
भारत में IVF लागत को प्रभावित करने वाले कारकों में निम्नलिखित शामिल हैं:
चिकित्सा प्रक्रिया शुल्क: IVF चिकित्सा प्रक्रिया परामर्श से लेकर गर्भावस्था परीक्षण तक शुरू होती है। पूरी प्रक्रिया IVF विशेषज्ञ द्वारा की जाती है और इसमें एक निश्चित राशि खर्च होती है जो IVF लागत को प्रभावित कर सकती है।
IVF क्लिनिक शुल्क: इसमें क्लिनिक की मान्यता, क्लिनिक द्वारा दी जाने वाली सुविधाएँ, सहायता और देखभाल, नवीनतम और उन्नत तकनीक का उपयोग आदि शामिल हैं जो भारत में IVF की लागत को प्रभावित कर सकते हैं।
सफलता दर: उच्च सफलता दर वाले IVF क्लिनिक अन्य IVF क्लिनिक की तुलना में अधिक शुल्क लेते हैं।
IVF विशेषज्ञ: ज्ञान, अनुभव और मान्यता के धन के साथ अनुभवी IVF विशेषज्ञ अन्य IVF डॉक्टरों की तुलना में अधिक शुल्क लेते हैं।
अतिरिक्त शुल्क: इनमें अंडा दाता, शुक्राणु दाता, PGD, ICSI, IUI, आदि के साथ IVF के शुल्क शामिल हैं। रोगी की समग्र स्वास्थ्य स्थिति और मामले की जटिलता भी भारत में IVF की लागत को प्रभावित करती है।
भारत में IVF की सफलता दर क्या है?
भारत में, IVF की सफलता दर लगभग 80 से 97% है। यह सब जोड़ों की उम्र, विशेष रूप से महिलाओं की, IVF की सफलता प्राप्त करने के लिए शामिल IVF प्रयासों की संख्या, उन्नत प्रौद्योगिकी और नवीनतम तकनीकों का उपयोग जो सफलता दर को बढ़ा सकते हैं, और प्रजनन डॉक्टरों या IVF विशेषज्ञों के अनुभव और विशेषज्ञता जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
एक अच्छे फर्टिलिटी सेंटर को कैसे चुनें आईवीएफ के लिए?
हम समझते हैं कि आपके बांझपन उपचार के लिए सर्वोत्तम विकल्प का चयन करना कितना कठिन हो जाता है, लेकिन चिंता न करें, क्योंकि हमारे पास एक ऐसा उपाय है जो आपकी टेंशन को दूर कर देगा। हम आपको एक ऐसे सेंटर के बारे में बताएंगे जो कम दाम पर अच्छा आईवीएफ प्रदान करता है।
एक ऐसा सेंटर जहां मरीजों को एक अच्छा डॉक्टर से इलाज मिलता है, मरीजों को हमेशा अच्छा महसूस होता है क्योंकि डॉक्टर हमेशा उनके लिए खड़े होंगे। काउंसलिंग की मदद से आपकी सारी चिंताएं दूर हो जाएंगी। हम सभी प्रकार के बांझपन का इलाज देते हैं, तो आज ही हमसे संपर्क करें! भारत में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र का चयन करते समय निम्नलिखित कारकों पर विचार करें:
- आईवीएफ सेंटर जिसका फोकस सिर्फ मरीज की सहायता करना है
- आईवीएफ सेंटर जिस में पढ़े-लिखे डॉक्टर हो
- बुनियादी ढांचा जो अधिकतम आराम और खुशी के लिए अच्छी तरह से बनाया गया हो
- आईवीएफ सेंटर जाहा स्टाफ मरीज का सम्मान करता हो
- शुरुआत से ही पूरी प्रक्रिया में आपकी सहायता करता हो
- आईवीएफ सेंटर जो एक्स्ट्रा चार्ज ना करे
तो आप जब भी आईवीएफ ले तो इन बत्तो का ध्यान दे। तो, हमसे +91-9899293903 पर संपर्क करें ईमेल आईडी: [email protected]
सेलेक्ट आईवीएफ (Select IVF) क्यों चुनें?
जब बात संतान सुख की हो, तो हर दंपति यही चाहता है कि वह एक ऐसे क्लिनिक का चयन करें जो न केवल तकनीकी रूप से सक्षम हो, बल्कि भावनात्मक रूप से भी उनका साथ दे। Select IVF एक ऐसा ही नाम है जिस पर हजारों परिवारों ने विश्वास किया है और अपनी खुशियों की नई शुरुआत की है।
Select IVF वर्षों से भारत और विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाली फर्टिलिटी सेवाएं दे रहा है। यहां काम करने वाली डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम केवल मेडिकल एक्सपर्ट नहीं है, बल्कि वो लोग हैं जो मरीज की भावनाओं को समझते हैं और हर कदम पर उन्हें सहयोग देते हैं। चाहे पहली बार परामर्श हो या अंतिम एम्ब्रियो ट्रांसफर, यहां हर प्रक्रिया को अत्यधिक सावधानी और ईमानदारी से पूरा किया जाता है।
यहां की सबसे बड़ी ताकत है – व्यक्तिगत ट्रीटमेंट प्लान, मतलब हर मरीज की हालत, उम्र, मेडिकल हिस्ट्री और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए इलाज तय किया जाता है। Select IVF में किसी एक ही फॉर्मूले से सभी मरीजों का इलाज नहीं होता, बल्कि यहां इलाज को पूरी तरह पर्सनलाइज किया जाता है।
तकनीकी रूप से भी यह क्लिनिक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां ICSI, IUI, Egg Donation, Embryo Freezing, PESA, TESA और Surrogacy जैसी सभी प्रमुख प्रक्रियाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही, सभी टेस्ट और स्कैनिंग सुविधाएं भी एक ही छत के नीचे मिल जाती हैं, जिससे मरीजों को अलग-अलग जगह भटकने की जरूरत नहीं पड़ती।
Select IVF की एक और खूबी है – पारदर्शिता। यहां किसी भी तरह की छिपी हुई फीस नहीं होती। हर खर्च और हर प्रक्रिया को पहले से समझाया जाता है ताकि मरीज मानसिक रूप से तैयार हो सके। यही कारण है कि यहां आने वाले मरीज केवल भारत से ही नहीं, बल्कि नेपाल, बांग्लादेश, यूएई, अमेरिका, नाइजीरिया और अफ्रीका जैसे कई देशों से भी आते हैं।
Select IVF सिर्फ एक फर्टिलिटी क्लिनिक नहीं, बल्कि एक भरोसा है, जो हर दंपति के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करता है।
अंत में
हमारा लेख IVF के बारे में है। भारत में IVF बांझपन का सामना कर रहे जोड़ों के लिए एक किफायती विकल्प है। यहाँ, अन्य देशों की तुलना में IVF की कीमतें कम हैं। हालाँकि, भारत में IVF की लागत कई कारकों से प्रभावित होती है जिसमें केंद्र का स्थान, केंद्र की सफलता दर, प्रजनन उद्योग में मान्यता और अनुभव, चिकित्सा प्रक्रिया शुल्क, दवा शुल्क आदि शामिल हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत में IVF की लागत सस्ती है और बांझपन का सामना कर रहे हर व्यक्ति की सीमा के भीतर है। हालाँकि, हम जानते हैं कि अभी भी ऐसे व्यक्ति हैं जिनके लिए IVF वहनीय नहीं है। हमारे पास इस प्रकार के मामलों के लिए समाधान हैं। हमारा प्रजनन केंद्र EMI भुगतान पर IVF प्रदान करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
भारत में IVF की लागत क्या है?
भारत में IVF की लागत लगभग 1,50,000 से 2,50,000 रुपये है। यह लागत कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि दंपत्ति की आयु, IVF केंद्र का स्थान, सफलता दर, दाता शुल्क, चिकित्सा प्रक्रिया शुल्क, IVF विशेषज्ञ शुल्क, परामर्श शुल्क, आदि।
IVF के लिए कौन सा प्रजनन केंद्र सबसे अच्छा है?
Select IVF IVF के लिए सबसे अच्छे प्रजनन केंद्रों में से एक है। यह प्रजनन केंद्र IVF, सरोगेसी, ICSI, IUI, अंडा दाता, अंडा फ्रीजिंग, जमे हुए भ्रूण स्थानांतरण आदि जैसे बांझपन समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ आता है।
IVF की सफलता दर क्या है?
रोगी की समग्र स्थिति और मामले की जटिलता के आधार पर IVF की सफलता दर 80 से 98% तक होती है। दंपत्ति की आयु, उन्नत तकनीक का उपयोग, डॉक्टर की विशेषज्ञता और कौशल।